वीणा पत्रिका के अक्टूबर 2019 के अंक में स्तम्भ बहस के अंतरर्गत मेरा समीक्षात्मक लेख
साहित्यिक संदर्भों में समकालीनता उत्तरपाठ एवं पुनरावलोकन
दैनिक स्वदेश में प्रति रविवार स्तंभ का लेख