Saturday, December 16, 2023

खबरो में विमर्श और शीर्षक में विचार मिलता नहीं 

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   आमतौर पर खबरों में विमर्श और शीर्षक में विचार मिलता नहीं|  डेक्कन लिटरेचर फेस्टिवल पुणे के ''शब्द संवाद :समकालीन हिंदी साहित्य'' पर केंद्रित सत्र के साथ ऐसा नहीं हुआ|   पुणे से लेकर मध्यप्रदेश के अख़बारों ने न सिर्फ शीर्षक बदला बल्कि खबरों में भी फेरबदल कर  उसे उसके मौलिक स्वरूप में प्रकाशित किया | अन्यथा अक्सर आयोजनों में विभिन्न मीडिया संस्थानों के पंक्तिबद्ध पत्रकार /मीडियाकर्मी मौजूद तो  होते हैं  लेकिन एक ही बात समान  शीर्षक के साथ प्रसारित होती है | आपस में खबरों के  लेनदेन का भाईचारा खबर की  समानता में साफ झलकता है |  कम से कम इस बार शीर्षकों ने निराश नहीं किया|   पुणे के अख़बारों के साथ इंदौर के अखबारों ने भी खबर में फेरबदल कर  विचार को साझा करने  का उपक्रम रचा |
सभी मीडिया संस्थानों के प्रति आभार उन्होंने विषयवस्तु को पर्याप्त जगह दी | 
 #लोकमत, #सुबह सवेरे, #चैतन्य लोक,  #इंदौर समाचार पत्र ,#स्वतंत्र मीडिया , #दैनिक भास्कर ,
#प्रभात किरण,आदि आदि 
Aaj Ka Anand News Bulletin
साहित्य सृजन हेतु भाषा पढ़ना जरूरी ः डॉ. शोभा जैन
पढ़ें विस्तार से
https://shorturl.at/hjz45

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